राज्य में ‘एक पेड़ मां के नाम‘ अभियान का शुभारंभ
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राज्य में पर्यावरण संरक्षण एवं हरीतिमा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ‘‘एक पेड़ मां के नाम‘‘ अभियान का शुभारंभ किया।
शुभारंभ : 4 जुलाई 2024
महत्वपूर्ण बिंदु:
- एक पेड़ मां के नाम अभियान के शुभारंभ पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मुख्यमंत्री निवास परिसर में दहीमन का पौधा लगाया है।
- इस अभियान के अंतर्गत 70 लाख पौधों का रोपण किया जाएगा।
- राज्य में वन एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए 3.95 करोड़ पौधों का रोपण हो रहा है।
- छत्तीसगढ़ में 11 जुलाई को वन महोत्सव का राज्य स्तरीय आयोजन होगा, जिसके अंतर्गत 70 लाख पौधों का रोपण किया जाएगा।
- राज्य में ‘‘एक पेड़ मां के नाम‘‘ अभियान के अंतर्गत छत्तीसगढ़ राज्य में लोग अपनी मां के नाम पौधा लगाएंगे।
- इस अभियान के अंतर्गत लोग अपनी श्रद्धा और आस्था के अनुरूप देवी-देवताओं के नाम पर भी पौध रोपण कर सकेंगे।
- वन क्षेत्रों के अलावा सामान्य क्षेत्रों में सड़कों के किनारे भी पौध रोपण किए जाएंगे।
- छत्तीसगढ़ राज्य में वन एवं पर्यावरण को बढ़ावा देने के लिए वन विभाग द्वारा विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत 3 करोड़ 95 लाख 85 हजार से अधिक पौधों के रोपण किया जा रहा है, जिसमें से 2 करोड़ 82 लाख 35 हजार पौधों का रोपण किसान वृक्ष मित्र योजना के अंतर्गत हो रहा है।
- राज्य में अब तक सवा करोड़ से अधिक पौधों का रोपण किया जा चुका है। जुलाई माह के अंत तक शत-प्रतिशत पौधों का रोपण पूरा करने का लक्ष्य है।
दहीमन का पौधा
दहीमन का पौधा सरगुजा अंचल में बहुतायत रूप से मिलता है। औषधीय गुणों से भरपूर और यह कई बीमारियों के इलाज में यह उपयोगी है।
दहिमन मुख्यत: वन औषधीय पेड़ है, जिसके उपयोग से स्थानीय लोग और आयुर्वेद चिकित्सक अधिकतर रोगों का उपचार करते हैं। ये पेड़ सतपुड़ा, अमरकंटक और सरगुजा संभाग से लगे वन क्षेत्र के जंगलों में प्रमुखता से पाये जाते हैं।
दहिमन के अन्य नाम
कॉर्डिया मैकलोडी हुक। (Boraginaceae) को आमतौर पर “दहिमन” या “देहिपलस” के रूप में जाना जाता है। इसके अन्य नाम हैं- दही पलाश, ढेंगन, दाई वास, भोटी, पनकी या शिकारी का पेड़, तेजसागुन, देहिपलस, दहिमन, Boraginaceae, कॉर्डिया मैकलोडी हुक आदि|