- 2021
- 2022
- 2024
- 2023
उत्तर: A
Detailed Solution Below:
प्रदेश को मिलेगी सरदेगा-भालुमुड़ा के बीच डबल रेल लाइन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में नई दिल्ली में आयोजित कैबिनेट की बैठक में छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के लिए रेल परियोजना को मंजूरी दी गई है। 1,360 करोड़ रुपए की लागत से सरदेगा-भालुमुड़ा के बीच 37 किलोमीटर लंबी नई डबल रेल लाइन का निर्माण किया जाएगा।
प्रमुख बिन्दु:
- परियोजना से 84 करोड़ किलोग्राम कार्बन डायऑक्साइड की बचत होगी, जो 3.4 करोड़ पेड़ों के बराबर है।
- परियोजना के तहत भालुमुड़ा में एक मौजूदा स्टेशन के अलावा दो नए स्टेशन, थांगरघाट और धौरभांठा, बनाए जाएंगे। जहां अभी केवल बस परिवहन सेवा ही उपलब्ध है।
- कैबिनेट ने छत्तीसगढ़ की इस परियोजना के अलावा ओडिशा, झारखंड, और पश्चिम बंगाल सहित कुल 7 जिलों में रेल नेटवर्क को मजबूत करने के लिए दो नई रेल लाइनों और एक मल्टी-ट्रैकिंग परियोजना को भी मंजूरी दी है।
- इन परियोजनाओं से लगभग 300 किलोमीटर तक भारतीय रेलवे का विस्तार होगा और 14 नए स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा।
- इसका उद्देश्य मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी को बढ़ावा देना और देश की लॉजिस्टिक लागत को कम करना है।
- ये सभी परियोजनाएं प्रधानमंत्री गति शक्ति योजना के तहत लागू की जा रही है।
प्रधानमंत्री गति शक्ति योजना के बारे में:
योजना का नाम: प्रधानमंत्री गति शक्ति योजना
आरंभ: 2021
लक्ष्य: अवसंरचनात्मक संपर्क परियोजनाओं की एकीकृत योजना का निर्माण और उसका समन्वित कार्यान्वयन सुनिश्चित करना।
पीएम गति शक्ति योजना के बारे में
गति शक्ति डिजिटल प्लेटफॉर्म का उद्देश्य रेलवे और रोडवेज सहित 16 मंत्रालयों को एक साथ लाकर बुनियादी ढांचा कनेक्टिविटी परियोजनाओं की योजना और निष्पादन को एकीकृत करना है।
गति शक्ति पहल राष्ट्रीय बुनियादी ढांचा पाइपलाइन को समाहित करती है, जिसे 2019 में 110 लाख करोड़ रुपये के निवेश के साथ लॉन्च किया गया था।
पीएम गति शक्ति योजना के तहत लक्ष्य:
- गति शक्ति ने 2024-25 तक बुनियादी ढांचा मंत्रालयों के लिए लक्ष्य निर्धारित किए हैं।
- 11 औद्योगिक गलियारों और दो नए रक्षा गलियारों का विकास।
- इस योजना का उद्देश्य रक्षा उत्पादन में 1.7 लाख करोड़ का कारोबार हासिल करना है।
- लगभग 38 इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण क्लस्टर और 109 फार्मा क्लस्टर के विकास की भी योजना बनाई गई है।
- भारतीय बंदरगाहों पर कुल कार्गो को 1759 एमटीपीए तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है।
- 200 से अधिक हवाई अड्डों, हेलीपैड और पानी के हवाई अड्डों को जोड़ा जाएगा।